Wednesday 30 September 2020

Success Mantra:सफल लोग कभी नहीं भूलते ये 5 बातें, कामयाब होने के लिए आप भी याद रखें

 

Success Mantra: 

अकसर कहा जाता है कि जीवन में सफलता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत होती है। लेकिन कई बार कड़ी मेहनत करने के बाद भी व्यक्ति को असफलता का मुंह देखना पड़ जाता है। इसकी सबसे बड़ी वजह होती है अपनी शक्ति या ऊर्जा का गलत दिशा में इस्तेमाल करना। व्यक्ति कई बार अपने लक्ष्य से भटक कर ऐसे कार्यों को करने में अपना समय बर्बाद कर देता है, जिसका वास्तव में उसके जीवन में कोई कुछ मूल्य ही नहीं होता है। लेकिन हर कामयाब व्यक्ति अपने लक्ष्य प्राप्ति के समय इन 5 गलतियों को करने से खुद को बचाए रखता है। आइए जानते हैं क्या हैं ये 5 गलतियां। 

राह रोकने वाली चीजों को जाने दें- 

जो चीज आपके काम की नहीं, जो आपके जीवन में अर्थ न रखे या उसे नया मुकाम न दे, उसे जाने दें। इन बातों में अटके रहना आपको कहीं पहुंचने नहीं देगा। खुद को दबाकर या छोटा रखने से कुछ हासिल नहीं होता। न किसी को फायदा होता है और न हमें। हम अपने अंदर के प्रकाश को खो देते हैं और हारी हुई जंग लड़ते रहते हैं। खुद से प्रम करने की पहली सीढ़ी है कि आप किसी तरह की कुंठा, अफसोस न रखें। खुद को बोझ से मुक्त कर दें।


हवाई उम्मीदें कभी न रखें- 

हवाई उम्मीदें चाहें खुद से हों या औरों से, कभी न रखें। ये हमें तोड़ देती हैं और ऐसी राह पर ले जाती हैं, जिसकी कोई मंजिल नहीं होती। वे हमसे नाहक ही परिश्रम करवाती हैं उन चीजों के बारे में, जो हमारी जद में हैं ही नहीं। इनके पीछे दौड़ते हुए हम कई खास चीजों को खो देते हैं।

सही चीजों के लिए समय निकालें- 

यह जानना होगा कि कौन सी चीज पर आपको वक्त खर्च करना है और किस पर नहीं। आपको अपने व्यवहार और काम करने के तरीकों का मूल्यांकन करना होगा और जो लक्ष्य पूरे करने हैं, उन पर फोकस करना होगा। आपको उन चीजों को वरीयता देना शुरू करना होगा, जो भविष्य में आपको आराम देंगी, न कि क्षणिक फायदा। यह अपनी पीठ थपथपाने या कोई लाइक पाने जैसा नहीं है। इसमें आपको सही का चुनाव करना है, उस पर समय खर्च करना है, जो किसी और को नहीं, सिर्फ आपको खुशी दे।


जो सम्मान न करें, उन्हें पीछे छोड़ें- 

आप किसी ऐसे आदमी के साथ हैं, जो आपके काम की तारीफ नहीं करता, तो उसे छोड़ दें। ऐसे लोग आपकी ऊर्जा को बेकार करते रहते हैं। जो सच्चे नहीं हैं, वे ऐसी बातें करते हैं, जिनका कोई मोल नहीं है। बड़ी बातें करना और वक्त आने पर कदम पीछे खींच लेना उनका काम होता है। जब जरूरत पड़ेगी, वे आपका साथ नहीं देंगे। हर समय वे एक मुखौटा लगाए रहते हैं। वे अपने स्वार्थ से ज्यादा किसी को तवज्जो नहीं देते। उन पर अपना वक्त जाया न करें। 

कुछ लोगों से उलझना ठीक नहीं-

आप उन लोगों से कम उलझें, जिनमें दिमागी परिपक्वता कम है और जो आपके साथ सभ्य बातचीत करने की इच्छा नहीं रखते। यह दो वजहों से महत्वपूर्ण है। पहला, यह आपको ऐसी जंग लड़ने से बचाता है, जिसमें आप ही हारने वाले हैं। दूसरा, वह आपको ऐसे लोगों तक ले जाता है, जो आपका भला चाहते हैं।

Tuesday 22 September 2020

Priceless Thinks of Swamivivekanand

 


स्वामी विवेकानंद एक आध्यात्मिक गुरु तथा समाज सुधारक थे। स्वामी विवेकानन्द ने पुरोहितवाद, ब्राह्मणवाद, धार्मिक कर्मकाण्ड इत्यादि विसंगतियों को दूर करने का अथक प्रयास किया। वे हमेशा से युवाओं के प्रेरणास्रोत रहे हैं। इस लेख के माध्यम से आप स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचारों को जानेंगे।

1: उठोजागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाये।

2: खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप हैं।

3: तुम्हें कोई पढ़ा नहीं सकताकोई आध्यात्मिक नहीं बना सकता। तुमको सब कुछ खुद अंदर से सीखना हैं। आत्मा से अच्छा कोई शिक्षक नही हैं।

4: सत्य को हज़ार तरीकों से बताया जा सकता हैफिर भी हर एक सत्य ही होगा।

बाहरी स्वभाव केवल अंदरूनी स्वभाव का बड़ा रूप हैं।

ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं। वो हमही हैं जो अपनी आँखों पर हाँथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार हैं।

विश्व एक विशाल व्यायामशाला है जहाँ हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते हैं।

दिल और दिमाग के टकराव में दिल की सुनो।

9: शक्ति जीवन हैनिर्बलता मृत्यु हैं। विस्तार जीवन हैसंकुचन मृत्यु हैं। प्रेम जीवन हैद्वेष मृत्यु हैं।

10: किसी दिनजब आपके सामने कोई समस्या ना आये – आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि आप गलत मार्ग पर चल रहे हैं।

11: एक समय में एक काम करोऔर ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमे डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ।

12: “जब तक जीनातब तक सीखना” – अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक हैं।

13: जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप भागवान पर विश्वास नहीं कर सकते।

14: जो अग्नि हमें गर्मी देती हैहमें नष्ट भी कर सकती हैयह अग्नि का दोष नहीं हैं।

15: चिंतन करोचिंता नहींनए विचारों को जन्म दो I

16: हम वो हैं जो हमें हमारी सोच ने बनाया हैइसलिए इस बात का धयान रखिये कि आप क्या सोचते हैं। शब्द गौण हैं। विचार रहते हैंवे दूर तक यात्रा करते हैं।

17: जैसा तुम सोचते होवैसे ही बन जाओगे। खुद को निर्बल मानोगे तो निर्बल और सबल मानोगे तो सबल ही बन जाओगे।

18: कुछ मत पूछोबदले में कुछ मत मांगो। जो देना है वो दोवो तुम तक वापस आएगापर उसके बारे में अभी मत सोचो।

19: जो कुछ भी तुमको कमजोर बनाता है – शारीरिकबौद्धिक या मानसिक उसे जहर की तरह त्याग दो।

20: तुम फ़ुटबाल के जरिये स्वर्ग के ज्यादा निकट होगे बजाये गीता का अध्ययन करने के।

21: वेदान्त कोई पाप नहीं जानतावो केवल त्रुटी जानता हैं। और वेदान्त कहता है कि सबसे बड़ी त्रुटी यह कहना है कि तुम कमजोर होतुम पापी होएक तुच्छ प्राणी होऔर तुम्हारे पास कोई शक्ति नहीं है और तुम ये-वो नहीं कर सकते।

22: किसी की निंदा ना करें। अगर आप मदद के लिए हाथ बढ़ा सकते हैंतो ज़रुर बढाएं। अगर नहीं बढ़ा सकतेतो अपने हाथ जोड़ियेअपने भाइयों को आशीर्वाद दीजियेऔर उन्हें उनके मार्ग पे जाने दीजिये।

23: यही दुनिया हैयदि तुम किसी का उपकार करोतो लोग उसे कोई महत्व नहीं देंगेकिन्तु ज्यों ही तुम उस कार्य को बंद कर दोवे तुरन्त तुम्हें बदमाश प्रमाणित करने में नहीं हिचकिचायेंगे। मेरे जैसे भावुक व्यक्ति अपने सगे – स्नेहियों द्वारा ठगे जाते हैं।

24: सच्ची सफलता और आनंद का सबसे बड़ा रहस्य यह हैवह पुरुष या स्त्री जो बदले में कुछ नहीं मांगता। पूर्ण रूप से निःस्वार्थ व्यक्तिसबसे सफल हैं।

25: एक विचार लो। उस विचार को अपना जीवन बना लो – उसके बारे में सोचो उसके सपने देखोउस विचार को जियो। अपने मस्तिष्कमांसपेशियोंनसोंशरीर के हर हिस्से को उस विचार में डूब जाने दोऔर बाकी सभी विचार को किनारे रख दो। यही सफल होने का तरीका हैं।

26: क्या तुम नहीं अनुभव करते कि दूसरों के ऊपर निर्भर रहना बुद्धिमानी नहीं हैं। बुद्धिमान् व्यक्ति को अपने ही पैरों पर दृढता पूर्वक खड़ा होकर कार्य करना चहिए। धीरे धीरे सब कुछ ठीक हो जाएगा।

27: जब लोग तुम्हे गाली दें तो तुम उन्हें आशीर्वाद दो। सोचोतुम्हारे झूठे दंभ को बाहर निकालकर वो तुम्हारी कितनी मदद कर रहे हैं।

28: हम जो बोलते  हैं  काटते हैं। हम स्वयं अपने भाग्य के निर्माता हैं।

29: जो सत्य हैउसे साहसपूर्वक निर्भीक होकर लोगों से कहोउससे किसी को कष्ट होता है या नहींइस ओर ध्यान मत दो। दुर्बलता को कभी प्रश्रय मत दो। सत्य की ज्योति ‘बुद्धिमान’ मनुष्यों के लिए यदि अत्यधिक मात्रा में प्रखर प्रतीत होती हैऔर उन्हें बहा ले जाती हैतो ले जाने दोवे जितना शीघ्र बह जाएँ उतना अच्छा ही हैं।

30: यदि स्वयं में विश्वास करना और अधिक विस्तार से पढ़ाया और अभ्यास कराया गया होतातो मुझे यकीन है कि बुराइयों और दुःख का एक बहुत बड़ा हिस्सा गायब हो गया होता।

Monday 21 September 2020

Success Mantra : सफल होने के लिए सोच-समझकर चुनें अपनी प्राथमिकताएं

 


अपने लक्ष्य के अनुसार ही आपको अपनी प्राथमिकताएं चुननी होती है। ऐसे में कई बार ऐसा होता है कि हम अस्थायी चीजों को अपनी प्राथमिकता समझकर उनपर अपना पूरा ध्यान देने लगते हैं, जबकि ऐसा करने से हमारे हाथ अंत में निराशा ही लगती है। आज हम आपको ऐसे टिप्स के बारे में बताएंगे, जिन्हेंं अपनी प्राथमिकताओं में शामिल करने से आप कभी भी निराश नहीं होंगे और आपको सफलता जरूर मिलेगी-


टाइम टेबल बनाना 

आप कॉलेज, कोचिंग या ऑफिस कहीं भी जाते हैं, अगर आपने कोई लक्ष्य रखा है, तो सबसे पहले अपना टाइम टेबल बनाएं। आप अपने 24 घंटे को किस हिसाब से मैनेज करते हैं, यह बेहद जरुरी है। आप पेपर या मोबाइल चेक लिस्ट में टाइम टेबल सेव कर सकते हैं। 

नींद पूरी करें 

आप अपनी प्राथमिकताओं में नींद को भी जोड़ लें। आपके पास काम निपटाने के अलावा जितना भी टाइम बचता है, उसमें अपनी नींद पूरी कर लें। नींद न लेने की वजह से आपका दिमाग सही से काम नहीं कर पाएगा।

 


आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति 

जीवन में कई बार ऐसे मौके आएंगे, जब आपका विश्वास डगमगाने लग जाएगा और आपको लगेगा कि आपका लक्ष्य व्यर्थ है, लेकिन उस वक्त आपको इन नकरात्मकताओं से दूर रहकर आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ना है। 

 


पेपर पर अपने लक्ष्य को लिखें 

इसके लिए आपको थोड़ी दिमागी कसरत भी करनी पड़ेगी। बेहतर होगा कि आप अपना लक्ष्य पेपर पर लिखकर उससे जुड़ी चुनौतियां भी लिख लें, इससे आपको उन चुनौतियों से कैसे लड़ना है, यह भी अंदाजा हो जाएगा। 


समय व्यर्थ करने वाले और नकरात्मक लोगों से दूरी 

आपको समय व्यर्थ करने वाले लोगों और नकरात्मक स्वभाव वाले लोगों से दूरी बनाकर रखनी है। इससे आप अपने लक्ष्य पर ध्यान दे पाएंगे। 

Friday 18 September 2020

Key of Success

जीवन के बुरे दिन भी देते हैं आगे बढ़ने की प्रेरणा

 आत्मविश्वास आपके भीतर मौजूद एक ऐसी शक्ति है, जो खुद पर भरोसा रखना सिखाती है। आपको यह दिखाने की जरुरत नहीं पड़ती कि आप में आत्मविश्वास है लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि हम खुद में अपार सम्भावनाएं होने पर भी खुद पर भरोसा नहीं रख पाते। वहीं कभी-कभी ऐसा भी होता है कि हम संघर्ष के दिनों में हम कमजोर पड़ जाते हैं, ऐसे मेें आपको कुछ बातोंं को हमेेेेेशा याद रखना चाहिए, जिससे कि आप बुरे से बुरे दिनों का भी डटकर मुकाबला कर सकें।


दूसरों के साथ न करें खुद की तुलना 

याद रखें कि एक घर में रहने वाले दो लोगों की जीवन यात्रा एक जैसी नहीं हो सकती। ऐसे में अपने संघर्षों को खुद समझते हुए देखें कि आप समय बीतते हुए कितना आगे बढ़ रहे हैं। तुलना करने पर हमेशा एक का महत्व कम हो जाता है। 

अपने शरीर का ध्यान रखें 


एक सेहतमंद शरीर के साथ ही आप कई चुनौतियों का सामना कर सकते हैं। फिट रहने पर आप आत्मविश्वास से भरे हुए होते हैं जबकि कई रोगों से घिरे होने पर आपका ध्यान सिर्फ इन्हीं बातों पर जाता है इसलिए अपने शरीर का ध्यान रखें, जिससे कि आपका आत्मविश्वास बढ़ें। 

 

खुद की गलतियों से सीखें इसे हावी न होने दें 


गलतियां सभी से होती हैं। ऐसे में बहुत जरूरी है कि अपनी गलतियों से सीखें न कि इसे खुद पर हावी होने दें। आप हमेशा अपनी गलतियों के बारे में सोचेंगे, तो आपका आत्मविश्वास डगमगाने लगेगा। 

 

बीते बुरे दिनों को याद करें 


कोई भी बुरे दिन याद नहीं करना चाहता लेकिन जब भी आपका आत्मविश्वास डगमगाने लगे, तो अपने बुरे दिनों को याद करें कि आप कैसे उन दिनों से निकलकर हर दिन बेहतर हुए हैं। इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा। 

 

अपनी तारीफ या बुराई को गंभीरता से न लें 


मानव स्वभाव है हमें अपनी तारीफें सुनना पसंद होता है लेकिन तारीफों के पीछे छुपे कारणों को समझना बहुत जरूरी है। खुद का मूल्याकंन करें कि आप में क्या प्रतिभा है। किसी की तारीफ या बुराई को मन से लगाकर न रखें।

Success Mantra: सफलता पानी है तो याद रखें डॉ. कलाम के ये 7 मंत्र, बदल जाएगी जिदंगी

  मिसाइल मैन नाम से फेमस रहे डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की कही बातें हर उस युवा के भीतर नई ऊर्जा का संचार करती रही हैं जो जीवन से कहीं न कहीं ...