कई अप्रिय घटनाओं के बीच खुद को सकारात्मक बनाए रखना और खुश रहना किसी चुनौती से कम नहीं है लेकिन इस चुनौती को भी आपको सहज रूप से पार करना ही होगा वरना आप तनाव में घिरकर अपने लक्ष्य से भटक सकते हैं। ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं खुश रहने के कुछ मूल मंत्र-
दुख या मुश्किल वक्त के साथ भी एक सकारात्मक बात यह है कि यह स्थायी नहीं है। वक्त कभी ठहरकर नहीं रहता बल्कि यह गतिमान है। यह वक्त भी बीत जाएगा, यह सोचकर खुद को मोटिवेट करें।
जिस व्यक्ति का काम अच्छा लगे उससे प्रेरणा लें। अखबार के अलावा किताबें पढ़ने की आदत डालें। हर व्यक्ति में अच्छी और बुरी बातें होती है आप उसमें क्या देखते हैं और क्या सीखते हैं यह आप पर ही तो निर्भर करता है।
आप के आस-पास के लोग सकारात्मक सोच वाले हों, यह सबसे ज्यादा जरूरी है। आजकल लॉकडाउन के चलते लोगों का साथ तो नहीं हो सकता लेकिन सोशल मीडिया पर कोशिश करें कि आप लिस्ट में सकारात्मक और अच्छे विचारों को लिखने वाले लोगों को ही साथ रखें। आप उन्हें इग्नोर भी कर सकते हैं।
जो बात आपको ज्यादा परेशान कर रही है, उससे अपना ध्यान हटा कर उन बातों की तरफ करें, जो आपको अच्छी लगती हैं। अक्सर हम दूसरों से बहुत अधिक उम्मीद रखने लगते हैं और जब वे हमारी उन उम्मीदों के विपरीत व्यवहार करते हैं, तो हमें दुख पहुंचता है। अपेक्षाओं को कम करें। जो अच्छा लगे वह सोचें।
इसकी शुरुआत भी आप अपने आप से करें। खुद के प्रति दयालु रहें आपकी सोच पॉजिटिव हो जाएगी। फिर हर किसी के प्रति उदार भाव रखें आपको भी अच्छा लगेगा।किसी पर दया करना आपको पॉजिटिव बनाता है।
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